
बेंगलुरु।भारत की फूड प्रॉडक्ट्स कंपनी ब्रिटानिया की ओर से करवाए गए इंडियन फैमिली सर्वे 2018 में पाया गया कि 53 प्रतिशत लोग काम के दबाव के कारण अक्सर अपने परिवार से नहीं मिल पाते हैं। इस सर्वे में यह भी खुलासा हुआ है कि पिछले 2-3 सालों में एक व्यक्ति एक से अधिक बार त्योहारों पर परिवार से नहीं मिल सका है। वहीं मेट्रो शहरों में एक तिहाई लोगों ने साल भर में अपने भाई-बहनों के साथ 10 दिन या उससे भी कम समय बिताया है। सर्वे के जरिए भारतीय परिवारों के बदलते व्यवहार को बेहतर रूप में समझा जा सकता है। भारतीय परिवारों को किसमें खुशी मिलती है और उनसे खुशी क्यों दूर हो रही है, इस बारे में भी अध्ययन किया गया। इस अध्ययन से मिले नतीजों को ध्यान में रखते हुए एक अलग अभियान भी शुरू किया है।
विभिन्न शहरों में शोध करके परिवारों के बदलते व्यवहार के कारणों व प्रभावों को समझने की कोशिश की। यह सर्वे छह मेट्रो शहर मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु, चेन्नै, कोलकाता और हैदराबाद के 769 उत्तरदाताओं पर किया गया। इसमें भाग लेने वाले प्रतिभागियों की उम्र 15 से 40 साल के बीच थी।