
मुंबई। जिस तरह से ज्योतिषशास्त्र में राशि का महत्व होता है। उसी प्रकार अंकशास्त्र में अंकों का विशेष स्थान होता है। जैसे नाम के अनुसार राशि होती है वैसे ही हर अंक के अनुसार अंक ज्योतिष में नंबर होते हैं। मूलांक व्यक्ति के जन्म की तारीख का योग होता है अर्थात जिस तारीख को आपका जन्म हुआ होगा उस तारीख का योग ही आपका मूलांक कहलाता है।
नौकरी में स्थिति अनुकूल रहेगी। करियर संबंधी शुभ सूचना मिलेगी। व्यवसाय में विस्तार एवं धन लाभ होगा।
प्रयासों में अवरोध आएंगे। सरकारी क्षेत्र में परेशानी संभव है। व्यवसाय में धन लाभ होगा। धर्म में श्रद्धा रहेगी।
अजनबी से सचेत रहें। सुख शांति में कमी रहेगी। व्यवसाय में जोखिम जमानत से बचें। यात्रा में कष्ट होगा।
विकास योजना सफल होगी। स्थायी आय का नया साधन बन सकता है। व्यावसायिक लाभ से संतुष्ट रहेंगे। नौकरी प्राप्ति का अवसर मिलेगा। शत्रुओं पर विजय मिलेगी। व्यवसाय में आकस्मिक धन लाभ हो सकता है।
विश्वासपात्र से धोखा संभव है। नौकरी में वरिष्ठों का सहयोग मिलेगा। व्यवसाय में सामान्य लाभ होगा।
संपत्ति संबंधी मामलों में परेशानी होगी। व्यवसाय में श्रमोपरांत धन लाभ होगा। माता का स्वास्थ्य नरम रहेगा। सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। नई विकास योजना बन सकती है। व्यवसाय विस्तार व लाभ से प्रसन्न रहेंगे।
स्वजनों से मनमुटाव रहेगा। वाद विवाद से दूरी बनाए रखें। व्यावसायिक लाभ कम होगा। स्वास्थ्य नरम रहेगा।
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