महानगर संवाददाता
जेईई-मेन के आधार पर क्वालीफाई किए गए ढाई लाख विद्यार्थियों ने एडवांस्ड परीक्षा के लिए क्वालीफाई किया, जिसमें सामान्य श्रेणी से 1 लाख 1 हजार 324, ईडब्ल्यूएस से 25029, ओबीसी से 67570, एससी से 37581 एवं एसटी के 18780 विद्यार्थियों ने क्वालीफाई किया। सामान्य श्रेणी की 7 डेसीमल में पर्सेन्टाइल कटऑफ 93.2362181, ईडब्ल्यूएस की 81.3266412, ओबीसी की 79.6757881, एससी की 60.0923182, एसटी की 46.6975840 पर्सेन्टाइल कटऑफ रही।
जेईई-मेन के दोनों सेशन में मिलाकर कुल 20 शिफ्टों में बीई-बीटेक की परीक्षा हुई, जिसमें जनवरी की 10 शिफ्टों में 23 विद्यार्थियों ने 100 पर्सेन्टाइल स्कोर किया। इसके बाद अप्रैल सेशन की परीक्षा में कुल 10 शिफ्टों में 33 विद्यार्थियों ने 100 पर्सेन्टाइल स्कोर किया। ऐसे में कुल 56 विद्यार्थियों ने 100 पर्सेन्टाइल स्कोर किया।
जेईई-मेन के रिजल्ट में स्टेट वाइज टॉर्पस की सूची भी जारी की गई है। इसमें 79 स्टूडेंट्स शामिल हैं। इसमें अंडमान निकोबार का एक, आंध्रप्रदेश के 7, अरूणाचल, आसाम, बिहार, चंडीगढ़, छत्तीसगढ़, दादरनागर हवेली, दमन व दीव, गोवा, केरला, लद्दाख, लक्ष्यदीप, मध्यप्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, हिमाचल, जम्मू, झारखंड, ओडिशा, पुड्डूचेरी, सिक्किम, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल के 1-1 विद्यार्थी, दिल्ली के 6, गुजरात, हरियाणा, पंजाब के 2-2, कर्नाटका के 3, महाराष्ट्र के 7, राजस्थान के 5, तेलंगाना के 19 विद्यार्थी शामिल हैं। इसके साथ-साथ कैटेगिरी वाइज टॉपर्स की सूची भी जारी की गई।
एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि विद्यार्थी जिनकी एआईआर 5 हजार से कम रहेगी उन्हें टॉप 5 एनआईटी तिरछी, वारंगल, सूरतकल, इलाहाबाद, जयपुर ट्रिपलआईटी इलाहाबाद की कोर ब्रांच मिलने की संभावना होगी। विद्यार्थी जिनकी आल इंडिया रैंक 5 से 10 हजार के मध्य रहेगी, उन्हें उपरोक्त टॉप 5 एनआईटी की अन्य ब्रांचों के अतिरिक्त कालीकट, सूरत, नागपुर,भोपाल,कुरूक्षेत्र, राउरकेला जैसे एनआईटी में कोर ब्रांच मिलने की संभावना है। ऐसे विद्यार्थी जिनकी एआईआर 10 से 20 हजार के मध्य आने की संभावना है, उन्हें जालंधर,जमशेदपुर, दिल्ली, गोवा,अगरतला, हमीरपुर, दुर्गापुर जैसे एनआईटी में कोर ब्रांच के साथ-साथ ट्रिपलआईटी ग्वालियर, जबलपुर, गुवाहाटी,लखनऊ, पेक चंडीगढ़, बिट्स मिसरा आईआईईएसटी शिवपुर, जेएनयू, हैदराबाद यूनिवर्सिटी में कोर ब्रांच मिलने की संभावना रहेगी। विद्यार्थी जिनकी ऑल इंडिया रैंक 20 से 30 हजार के मध्य रहती है उन्हें टॉप 10 एनआईटी की अन्य ब्रांचों के अतिरिक्त पटना, रायपुर, सिल्चर, उत्तराखंड, श्रीनगर, आंध्रप्रदेश, अरूणाचल प्रदेश जैसे एनआईटी की कोर ब्रांचों के साथ-साथ नए ट्रिपलआईटी जैसे तिरछी, नागपुर, पूणे, सूरत, भोपाल, वडोदरा, , रांची, आदि मिलने की संभावनाएं बन सकती है। साथ ही 30 से 60 हजार ऑल इंडिया रैंक वाले विद्यार्थियों को टॉप 20 एनआईटी की कोर ब्रांचों के अलावा अन्य ब्रांचों व नोर्थ ईस्ट के एनआईटी जैसे सिक्किम, मणिपुर, मेघालय, नागालैंड, मिजोरम में कोर ब्रांचों के साथ साथ नए ट्रिपलआईटी रांची, धारवाड़ ,कल्याणी, कुर्नूल, चित्तूर ,नया रायपुर, मणिपुर ऊना, कोटयम व जीएफटीआई में प्रवेश मिलने की संभावना बन सकती है। यह दी गयी एआईआर पर कॉलेज मिलने की संभावनाएं कैटेगिरी अनुसार सामान्य, ओबीसी, ईडब्ल्यूएस, एससी-एसटी के विद्यार्थियों के लिए बदल सकती है।
अमित आहूजा ने बताया कि इस वर्ष पहली बार विद्यार्थियों के हायर एनटीए स्कोर में टाइ लगने पर रैंक के निर्धारण के लिए 9 मापदण्ड निर्धारित किए गए हैं, जिसमें यदि दो विद्यार्थियों के टोटल एनटीए स्कोर समान आते हैं तो ऑल इंडिया रैंक निर्धारण में सर्वप्रथम मैथेमेटिक्स का एनटीए स्कोर देखा जाता है। यह समान होने पर फिजिक्स, इसके बाद कैमेस्ट्री का एनटीए स्कोर, फिर सही और गलत उत्तरों की संख्या का अनुपात देखा जाता है। इस स्थिति में टाइ लगने पर विषयवार मैथेमेटिक्स के सही व गलत उत्तरों की संख्या का अनुपात, यहां भी टाइ लगने पर फिजिक्स के सही और गलत उत्तरों की संख्या का अनुपात, उसमें टाइ लगने पर कैमेस्ट्री के सही एवं गलत उत्तरों की संख्या का अनुपात देखा जाता है। उपरोक्त सभी मापदण्डों में भी टाइ लगने की स्थिति में जिस विद्यार्थी की आयु ज्यादा होगी, उसे आल इंडिया रैंक में प्राथमिकता दी जाती है। आयु के मापदण्ड के स्तर पर ही भी यदि टाइ की स्थिति बनती है आवेदन क्रमांक के आरोही क्रम को प्राथमिकता दी देते हैं।
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