किसान आंदोलन के 100 दिन पूरे : किसानों ने KMP एक्सप्रेस-वे किया शक्ति प्रदर्शन
केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों को रद्द करने और एमएसपी को कानूनी दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर दिल्ली की सीमाओं- सिंघु बॉर्डर, टीकरी बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर पर जारी किसान आंदोलन को 100 दिन पूरे हो गए हैं। किसानों ने अपनी पूर्व की घोषणा के अनुसार, आज केएमपी एक्सप्रेस-वे सहित दिल्ली की ओर आने वाले रास्ते जाम कर शक्ति प्रदर्शन किया। संयुक्त किसान मोर्चा के मुताबिक, सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक यह नाकेबंदी रही। पलवल में किसानों ने केएमपी एक्सप्रेस-वे जाम करने के दौरान लोकगीत और रागिनी गाकर अपना विरोध दर्ज कराया। इस दौरान सभी जगह धरना शांतिपूर्ण ढंग से चलता रहा। इसके मद्देनजर शुक्रवार देर रात से ही सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। वहीं केएमपी एक्सप्रेस-वे जुड़े सीमावर्ती इलाकों के जिलाधिकारियों को खुद व्यवस्था पर नजर रखने को कहा गया था। गौतमबुद्ध नगर : ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर ट्रैफिक का आवागमन फिर से शुरू हो गया है। किसान आंदोलन के 100 दिन पूरे होने पर किसान संगठनों ने आज सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक केएमपी एक्सप्रेस-वे को विभिन्न जगहों पर बाधित कर दिया था। पलवल में कृषि कानून रद्द करवाने के लिए शनिवार दोपहर 12 बजे केएमपी पर शुरू हुआ किसानों का धरना अब खत्म हो गया है। करीब चार घंटे चले धरने की वजह सर केएमपी पर जाम रहा। विशेष रूप से भारी वाहनों का चक्का जाम रहा। धरने की अध्यक्षता 52 पाल अध्यक्ष अरुण जेलदार ने की। इस मौके किसानों को समर्थन देने के लिए किसान नेता करन दलाल, उदयभान सहित इनेलो के नेता महेंद्र चौहान, शशि बाला तेवतिया मौजूद रहीं। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत मुरादनगर के दुहाई टोल पर पहुंचे। दुहाई और डासना टोल बंद होने से एनएच-9 और मेरठ रोड पर लंबा जाम लग गया है। नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन के 100 दिन पूरे होने पर पलवल में केएमपी एक्सप्रेस-वे पर सड़क जाम कर बैठे किसान ढोल-नगाड़े बजाकर रागिनी गाते हुए। नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन के 100 दिन पूरे होने पर पलवल में केएमपी एक्सप्रेस-वे पर सड़क जाम कर बैठे किसान ढोल-नगाड़े बजाकर रागिनी गाते हुए। गुरुग्राम ट्रैफिक पुलिस द्वारा केएमपी एक्सप्रेस-वे से झज्जर, बादली, रोहतक और कुंडली जाने वाले ट्रैफिक को फरुखनगर से डायवर्ट किया जा रहा है। इससे पलवल, मानेसर से आने वाले राहगीरों को दिक्कत हो रही है। उनको 20 से 40 किलोमीटर ज्यादा घूमकर जाना पड़ रहा है। ग्रेटर नोएडा के सिरसा में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर किसान धरने पर बैठ गए हैं। किसानों के इस प्रदर्शन के चलते हाईवे पर वाहनों की कतारें लग गई हैं। सिरसा टोल पर जाम के बाद सिरसा गांव के अंदर सड़कों पर भी लंबा जाम लग गया है। सभी वाहन नीचे से निकलने की कोशिश कर रहे हैं। मुरादनगर में किसानों ने एक्सप्रेस-वे पर जाम लगाकर हंगामा शुरू कर दिया। किसानों ने दुहाई के सभी चारो टोल प्लाजा भी फ्री कराए। गाजियाबाद शहर में अभी किसी भी रोड पर जाम की स्थिति नहीं है। केएमपी एक्सप्रेस-वे जाम के लिए सड़क पर उतरे किसानों ने सिरसा में एक तरफ ट्रैक्टर तो दूसरी तरफ बैरिकेड लगाकर एक्सप्रेस-वे बंद कर दिया। इस दौरान मौके पर तैनात पुलिसकर्मी चुपचाप खड़े देखते रहे। पलवल में सैकड़ों की तादाद में सड़क पर उतरे किसानों ने केएमपी एक्सप्रेस-वे जाम कर दिया। इसके चलते एक्सप्रेस-वे पर गाड़ियों की लाइनें लग गईं। हरियाणा के पलवल में किसानों को केएमपी-केजीपी पर जाने से रोकने के लिए भारी पुलिस बल तैनात है। किसानों ने सड़क जाम करने से पहले बैठक की। गुरुग्राम जिले की सीमा में केएमपी पर कोई भी किसान आंदोलन करने के लिए नहीं पहुंचा है। हाईवे पूरी तरह से खाली है और वाहनों का आवागमन पहले की तरह ही जारी है। गाजियाबाद-दिल्ली को जोड़ने वाले अप्सरा बॉर्डर पर वाहनों की आवाजाही सामान्य रूप से जारी है। मौके पर एक दरोगा सहित दो सिपाही तैनात हैं। यहां किसानों के आने की कोई सूचना नहीं है। नए कृषि कानूनों के विरोध में जारी आंदोलन के 100 दिन पूरे होने पर डासना टोल बंद कराते किसान। पुलिस ने टोल के रास्ते को बैरिकेड लगाकर बंद कर दिया है। हरियाणा : नए कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों ने कुंडली में एक्सप्रेसवे जाम किया। किसानों ने आज सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेसवे को जाम करने की घोषणा की है। आज कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे को जाम करने पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजेश चौहान ने कहा कि सोई सरकार को जगाने का हमारे पास ये ही रास्ता बचा है। दिल्ली के चारों तरफ जो बॉर्डर हैं उन्हें हमें सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक जाम करेंगे। ये अहिंसक होगा। गाजियाबाद : महाराजपुर बॉर्डर पर सुरक्षा बल तैनात, मॉल वाहक ऑटो पर किसान यूनियन का झंडा लगा होने की वजह से ऑटो को दिल्ली में प्रवेश नहीं करने दिया गया। पलवल : कृषि कानून रद्द करवाने के लिए आज किसान केएमपी जाम करेंगे। इसको लेकर किसान आटोहा धरनास्थल पर आने शुरू हो गए हैं। कुछ देर बाद किसान बैठक करके जाम करने वाले स्थान का चुनाव करेंगे। कानून-व्यवस्था को लेकर भारी पुलिस बल तैनात है। पुलिस ने जगह-जगह नाके लगाए हुए हैं। सिंघु और टीकरी बॉर्डर पर एक बार फिर भीड़ उमड़ने लगी है। बड़ी संख्या में पंजाब-हरियाणा के किसान ट्रैक्टर ट्रॉलियों से पहुंचे। इसमें युवाओं और महिलाओं की भी भारी तादात थी। संयुक्त किसान मोर्चा के डॉ. दर्शन पाल सिंह ने बताया कि सिंघु बॉर्डर, टीकरी बॉर्डर से सटे केएमपी एक्सप्रेसवे पर जहां टोल होगा वहां नाकेबंदी होगी। सभी टोल मुफ्त कराएंगे। हम शनिवार को काला दिवस के रूप में मनाएंगे। यह नाकंबेदी पूरी तरह शांतिपूर्ण होगी और किसान इसके जरिए अपने आंदोलन को नई दिशा भी देंगे। नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन शनिवार को 100वें दिन भी जारी है। किसान संगठनों ने अपने 100वें दिन के विरोध प्रदर्शन को दर्ज कराने के लिए कुंडल-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेसवे को जाम करने की योजना बनाई है। अब तक, सरकार के साथ हुई सभी बैठकें और बातचीत निरर्थक रहीं है। किसान संगठन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े हुए हैं।
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